मंदिर में कम कपड़े पहनने पर लोगों ने किया विरोध, वायरल तस्वीर पर कंगना रानौत भी भड़कीं

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित बैजनाथ मंदिर पोशाक को लेकर चर्चाओं में है। कम पोशाक पहने एक लड़की मंदिर में दर्शन के लिए पहुंची थी जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की गई। इस तस्वीर पर लोगों की प्रतिक्

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हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित बैजनाथ मंदिर पोशाक को लेकर चर्चाओं में है। कम पोशाक पहने एक लड़की मंदिर में दर्शन के लिए पहुंची थी जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की गई। इस तस्वीर पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आने आ रही हैं। कुछ लोगों ने मंदिर में दर्शन के लिए ड्रेस कोड बनाने की मांग की तो कुछ लोगों ने कम कपड़े पहनकर पहुँचने वालों को मंदिर में प्रवेश ना देने की बात कही है। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

क्या बोलीं कंगना रनौत?

लड़की की वायरल तस्वीर पर कंगना रनौत ने कहा, “ये पश्चिमी परिधान है, जिसे गोरे लोगों ने बनाया और बढ़ावा दिया। एक बार वेटिकन यात्रा के दौरान मैंने शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहन ली थी और मुझे वैटिकन परिसर में प्रवेश ही नहीं करने दिया गया था।”

कंगना भी भड़कीं

कंगना ने कहा, “मुझे अपने होटल वापस जाकर कपड़े बदलने पड़े थे, जो लोग नाइट ड्रेस और कैजुअल पोशाक पहकर पहुँचते हैं, वास्तव में आलसी प्रकृति के होते हैं। मुझे नहीं लगता कि ऐसे लोगों की कोई और मंशा होती है, लेकिन ऐसे मूर्ख लोगों के लिए धार्मिक स्थलों में प्रवेश के सख्त नियम होने चाहिए।”

ट्विटर पर @NikhileshUniyal यूजर ने बैजनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंची एक लड़की की फोटो शेयर कर लिखा, “ये दृश्य है हिमाचल के प्रसिद्ध शिव मंदिर बैजनाथ का। बैजनाथ मंदिर में ऐसे पहुंचे हैं जैसे किसी पब या नाइटक्लब में गये हों। ऐसे लोगों मंदिर में घुसने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। मैं इसका कड़ा विरोध करता हूं। मेरी सोच को अगर ये सब देख कर छोटा या घटिया कहा जाता है तो भी मंजूर है!”

इस ट्वीट पर बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। अनिल सिंह नाम के यूजर ने लिखा, “यह लोग कहां से आते हैं और अचानक कहां चले जाते हैं। कम से कम धार्मिक स्थल को तो बचा रहने दो दीदियों।” कल्पना नाम की यूजर ने लिखा- “हमें भी कई बार वेस्टर्न कपड़े पहनने पड़ते हैं लेकिन मंदिर जाते समय हम सादे ओर भारतीय परिधान ही पहनते हैं।”

एक अन्य यूजर ने लिखा कि क्या मंदिर में जाने के लिए कोई ड्रेस कोड है? अगर नहीं है तो बनाना चाहिए और जब कोई ड्रेस कोड नहीं है तो आपको इस तरह किसी को दोष भी नहीं देना चाहिए। एक यूजर ने लिखा कि मंदिर में ऐसे कपड़े पहनकर पहुँचने पर शर्म आनी चाहिए। सूट-सलवार नहीं पहनना है तो जींस ही पहन लो लेकिन फूहड़ता मत करो।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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